Pregnancy Tips: क्या प्रेगनेंसी में खा सकते हैं कच्चा आम?, जानिए इसके फायदे नुकसान
गर्भवस्था में हार्मोनल बदलाव के कारण जीभ के स्वाद में भी परिवर्तन आता है। इसके कारण प्रेगनेंसी में दौरान कुछ महिलाओं को मीठा तो कुछ को खट्टा खाने की क्रेविंग होती हैं। वहीं, कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान कच्चा आम खाने की बहुत मन करता है लेकिन अक्सर उनके मन में यह सवाल रहता है कि क्या इसका सेवन सेहत व गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए फायदेमंद है। चलिए आपको बताते हैं कि प्रेगनेंसी में कच्चा आम खाने से सेहत को क्या-क्या फायदे-नुकसान हो सकते हैं।
गर्भवती महिला को कच्चा आम खाना चाहिए या नहीं?
एक्सपर्ट के मुताबिक, प्रेगनेंसी में कच्चा आम का सेवन किया जा सकता है। आप इसकी सब्जी, आम पन्ना, चटनी आदि बनाकर डाइट का हिस्सा बना सकती हैं। हालांकि एक्सपर्ट के मुताबिक, कच्चे आम का सेवन लिमिट में ही करें क्योंकि इसकी अधिक मात्रा सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती है।
प्रेगनेंसी में कच्चा आम खाने के फायदे
1. प्रेगनेंसी में कच्चा आम खाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है, जिससे फ्लू, इंफेक्शन, वायरल बीमारियों का खतरा कम होता है।
2. इसमें भरपूर आयरन होता है, जिससे शरीर में खून की कमी नहीं होती।
3. कच्चे आम में फाइबर होता है, जिससे पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। इससे कब्जी, एसिडिटी, सीने में जलन, पेट फूलना जैसी समस्याएं नहीं होती।
4. अगर आपको भूख नहीं लगती तो प्रेगनेंसी में कच्चा आम का सेवन फायदेमंद हो सकता है क्योंकि यह भूख बढ़ाने में बहुत मददगार है।
5. कच्चा आम का सेवन मॉर्निंग सिकनेस को दूर करने में भी मददगार है। इससे आप सुबह फ्रैश महसूस करेंगी।
6. इससे शरीर को कैल्शियम मिलती है, जिससे शिशु की हड्डियों का विकास बेहतर तरीके से होता है।
कच्चे आम का सेवन करने से होने वाले नुकसान
अधिक मात्रा में कच्चे आम का सेवन गले में इंफेक्शन, पेट दर्द का कारण भी बन सकता है इसलिए इसे लिमिट में ही खाएं। साथ ही इसे खाने से पहले अच्छी तरह धो लें , ताकि इंफेक्शन ना हो।